महामारी के अंत के लिए दुर्गा सप्तशती में यह सिद्ध मंत्र



1. रोगों से मिलती है मुक्ति

रोगानशेषानपहंसि तुष्टा, रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां, त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।

नवरात्रि पर अपने और परिवार के स्वास्थ्य के लिए इस मंत्र का जप कर सकते हैं। इस मंत्र के बारे में सप्तशती में बताया गया है कि इसका नियमित जप किया जाए तो साधक का स्वास्थ्य अनुकूल रहता है। यह मंत्रों रोगों से रक्षा करता है और बल की वृद्धि करके साधक की मनोकामना पूर्ण करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है। साधक को इस मंत्र का नियमित कम से कम 5 माला जप करना चाहिए।

2. महामारी जैसे रोगों से मिलती है मुक्ति

ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।

दुर्गा सप्तशती का यह मंत्र बहुत ही कल्याणकारी माना गया है। इस मंत्र के नियमित जप से महामारी से लड़ने का बल प्राप्त होता है। सप्तशती में बताया गया है कि इस मंत्र के जप से महामारी का प्रकोप दूर होता है। वैज्ञानिक तथ्य जो भी हो धार्मिक दृष्टि से इस मंत्र का बड़ा ही महत्व है। जंयती बांधते हुए भी इस मंत्र को बोला जाता है।

3. सौभाग्य की होती है प्राप्ति

देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्‌।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि॥

नवरात्रि में इस मंत्र के जप से मां भगवती आरोग्य, यश और वैभव का आशीर्वाद देती हैं। यह मंत्र मानसिक, शारीरिक और वैचारिक शक्ति को संतुलन करता है। इस मंत्र से आरोग्य के साथ-साथ सौभाग्य की प्राप्ति होती है। आपके घर के आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। आप इस मंत्र को हर रोज 7 माला का जप करें।

4. विश्व कल्याण के लिए करें जप

विश्वेश्वरि त्वं परिपासि विश्वं, विश्वात्मिका धारयसीति विश्वम्।
विश्वेशवन्द्या भवती भवन्ति, विश्वाश्रया ये त्वयि भक्ति नम्रा:॥

इस मंत्र के जप से आप वैश्विक महमारी से मुक्ति पा सकते हैं और विश्व कल्याण के लिए माता से प्रार्थना कर सकते हैं। इस मंत्र से आप विश्व के हर जरूरमंद लोगों की मदद करने के लिए मां से विनती कर सकते हैं। आज के संदर्भ में देखा जाए तो हम सबको इंसानियत बचाने की जरूरत है, जो केवल मां के आशीर्वाद से पूरी हो सकती है। इस मंत्र को आप हर रोज 5 माला जप करें।

5. परेशानियों से मिलती है मुक्ति

देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद प्रसीद मातर्जगतोखिलस्य।
प्रसीद विश्वेश्वरी पाहि विश्वं त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य।।

इस मंत्र के जप से आप अपने जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं और साथ में मां से अपनी रक्षा की प्रार्थना कर सकते हैं। इस मंत्र से आप सभी प्रकार की विपत्तियों से दूर हो जाते हैं और माता का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस मंत्र को आप एकांत में बैठकर हर रोज पांच माला जप कर सकते हैं।

6. बुरे वक्त को कर सकते हैं अच्छा

शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥

नवरात्रि के विशेष अवसर पर आप मां दुर्गा के इस चमत्कारिक मंत्र से आप अपने बुरे वक्त को भी अच्छे में बदल सकते हैं और मां से आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। यह मंत्र आपको हर विपत्ति से दूर रखता है और आपके आसपास एक रक्षा कवच भी बनाता है। जीवन में किसी प्रकार का अभाव या परेशानी, चिंता या तकलीफ इस मंत्र के जप से नहीं हो सकती। इस मंत्र को हर रोज 6 माला का जप करें।

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